दूध पीने से हड्डियों और मांसपेशियों पर क्या असर होता है?
Table of Contents
दूध पीने से हड्डियों और मांसपेशियों को काफी लाभ मिलता है. दूध में कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर से मौजूद होता है, जो मांसपेशियों और हड्डियों की मजबूती को बढ़ाने में लाभकारी है. इसके साथ ही यह बढ़ती उम्र में होने वाले ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर से बचाव करने में आपकी मदद कर सकता हैइसलिए रोजाना कम से कम 1 गिलास दूध अपने डाइट में जरूर शामिल करें. इसके अलावा दूध में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट भी काफी मात्रा में होता है, जिसे मांसपेशियों के लिए फायदेमंद माना जाता है. दूध मांसपेशियों के निर्माण करने में मदद करने के साथ-साथ मांसपेशियों के नुकसान से भी बच्चाव कर सकता है
दूध पीने से वजन तेज़ी से कैसे कम होने लगता है?
शरीर के बढ़ते वजन को कम करने में भी दूध आपके लिए प्रभावी हो सकता है. दूध और डेयरी उत्पाद प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं और प्रोटीन वजन घटाने व नियंत्रित करने में सहायक होता है. इसकी मदद से भोजन के बाद भी बार-बार होने वाली खाने की इच्छा को कम करके एनर्जी की खपत को रोकता है, जिससे शरीर में फेट कम हो सकता है. इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि दूध प्रोटीन के साथ-साथ वसा का भी अच्छा स्रोत है. ऐसे में दूध के सेवन के साथ साथ नियमित पर व्यायाम करना भी आवश्यक है
क्या डायबिटीज के रोगी दूध का सेवन कर सकते है?
रोजाना 1 गिलास दूध पीने से डायबिटीज के खतरे से बचा जा सकता है. दूध में मैगनीशियम, कैल्शियम और पेप्टाइडस होता है जो आपके शरीर में ग्लूकोज टोलरेंस और इंसुलिन सेंसटिविटी को कंट्रोल कर सकता है. दूध का सेवन करने से इसमें मौजूद फैटी एसिड टाइप-2 डायबिटीज के खतरे को कम कर सकता है.
दूध पीने से पाचन तंत्र पर क्या असर होता है?
पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए भी दूध काफी फायदेमंद होता है. यह अपच और एसिडिटी को दूर करने में प्रभावी है. दूध में एन्टासिड प्रभाव होता है जो अपच और एसिडिटी से राहत दिलाने में प्रभावी है. अगर आप पेट की समस्या से जूझ रहे हैं, तो गर्म दूध के बजाय ठंडे दूध का सेवन करें.इससे एसिडिटी से राहत मिल सकती है.
दूध पीने से दांतों मे मजबूती कैसे आ सकती है?
दूध के गुण में दांतों की देखभाल करना भी शामिल है. इसमें कैल्शियम व फास्फोरस जैसे पोषक तत्व होते हैं अगर आप दांत मजबूत रखना चाहते हैं तो रोजाना दूध पिएं. दूध आपको दांतों की कई तरह की समस्याओं से बचाता है.
रात मे गर्म दूध पीने से अच्छी नींद क्यों आती है?
दूध के लाभ में रात को अच्छी नींद को बढ़ावा देना भी शामिल है. कई अध्ययनों में यह बात साबित हुई है कि रात को सोने से पहले दूध पीने से नींद अच्छी आती है. दूध में एमिनो एसिड ट्राइटोफन और मेलाटोनिन होता है जो नींद लाने में मदद कर सकता है. रात में नींद न आने, बेचैनी या नींद बीच में टूट जाने की समस्या है तो रोजाना रात को सोने से पहले नॉर्मल या गर्म दूध का सेवन किया जा सकता है.
क्या दूध का सेवन करने से हृदय मजबूत होता है?
दिल से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में दूध लाभकारी होता है. खासतौर पर अगर आप लो फैट मिल्क का सेवन रोजाना करते हैं तो यह हृदय रोगों के जोखिमों को कम करने में प्रभावी है. इसके नियमित सेवन से हृदय संबंधी बीमारियों से बचाव में मदद मिल सकती है लेकिन हृदय रोग के मरीज के लिए लो फैट मिल्क या टोंड मिल्क का
सेवन फायदेमंद हो सकता है.
क्या दूध पीने से बाल जड़ से मजबूत होते है?
दूध में कैल्शियम और प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है. दोनों पोषक तत्व बालों के विकास के लिए महत्वपूर्ण बिल्डिंग ब्लॉक की तरह काम कर सकते हैं. खासकर, प्रोटीन बालों को झड़ने से रोकता है और ग्रोथ में मदद करता है. वहीं कैल्शियम भी बालों को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके अलावा, दूध में मौजूद नियासिन, बायोटिन, पैंटोथैनिक एसिड भी बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं.
दूध पीने का सही समय और तरीका क्या होता है?
सुबह दूध पीना अच्छा है कि रात को सोने से पहले दूध पीना अच्छा होता है. इस मामले पर अलग-अलग एक्सपर्ट्स की अलग-अलग राय है. बहुत से लोग मानते हैं कि रात में दूध पीना बहुत अच्छा होता है क्योंकि इससे हमें बहुत अच्छी नींद आती है. वहीं कुछ लोगों का मानना है कि दूध सुबह के समय पीना चाहिए क्योंकि इससे हमें एनर्जी मिलती है और हम दिन भर एक्टिव रहते हैं. बता दें कि ज्यादा एक्सपर्ट्स के अनुसार दूध रात के समय ही पीना चाहिए. हमारा ये भी मानना है कि आपको रात में दूध का सेवन करना चाहिए. वैसे दूध को आप दोनों समय पी सकते हैं, इसमें कोई नुकसान नहीं है.
दूध मे बादाम डालकर पीने के क्या फायदे होते है?
बादाम और दूध दोनों ही कई मायनों में सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. बादाम और दूध कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. दूध में कैल्शियम, पोटेशियम, प्रोटीन, विटामिन डी, फास्फोरस, सोडियम होता है. वहीं बादाम में पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन ई, आयरन, मैग्नीिशियम तथा फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं. ऐसे में अगर इन दोनों को एक साथ मिलाकर सेवन किया जाए तो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. बादाम वाला दूध पीने से मस्तिष्क और मांसपेशियां स्वस्थ रहती है.
हल्दी वाला दूध पीने से शरीर पर क्या असर होता है?
सभी जानते हैं कि हल्दी दूध पीने के कई फायदे हैं. दूध में हल्दी मिलाकर पीना तो वर्षो से एक औषधीय घरेलू उपाय माना जाता है. हल्दी वाला दूध पौष्टिक होने के साथ ही बैड बैक्टीरिया को खत्म करने में भी सहायक होता है. यह आपके यूरिन, फेफड़ों, हृदय और लिवर संबंधी समस्याओं को भी दूर करने में सहायक हो सकता है
दूध में शहद मिलाकर पीने से क्या फायदा मिलता है?
दूध में शहद मिलाने से इसका फायदा दोगुना हो जाता है. बता दें कि दूध की तरह शहद भी गुणों की खान माना गया है. शहद में विटामिन बी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक विटामिन ए तथा डी आदि पोषक तत्व मौजूद होते हैं. ये सभी पोषक तत्व आपके शरीर के लिए आवश्यक हैं.
अन्य भी पढ़े:
शहद के फायदे | शहद के प्रकार | कच्चे शहद के फायदे
पेट की चर्बी तुरंत कम करने के लिए कौन सा जूस पिएं?
दूध खड़े होकर पीना चाहिए या बैठकर पीना चाहिए?
आयुर्वेद में कहा गया है कि बैठकर दूध पीने से पाचन संबन्धी परेशानियां होती हैं और पाचन की समस्याएं होने से पूरा शरीर प्रभावित होता है. जबकि खड़े होकर दूध पीने से शरीर को इसका पूरा लाभ मिलता है और त्रिदोष यानी वात, पित्त और कफ संतुलित रहता है. आयुर्वेद में हर बीमारी को त्रिदोष से जोड़कर ही देखा जाता है
दूध उबालकर पीना चाहिए या फिर कच्चा चाहिए?
आयुर्वेद भी मानता है दूध को हमेशा उबालकर ही पीना चाहिए. अगर ये आपको भारी लगता हो, तो आप इसमें थोड़ा पानी डालकर पी सकते हैं. इससे ये हल्का और सुपाच्य हो जाएगा. इसके अलावा दूध का पूरा लाभ लेने के लिए आप इसे रात के डिनर के दो घंटे बाद और सोने से आधे घंटे पहले पिएं. रात का डिनर साढ़े सात बजे तक कर लेना चाहिए.
दूध मे चीनी मिलाकर पीने के क्या नुकसान होते है?
शुगर या चीनी सूजन पैदा करने का सबसे प्रमुख कारण है. साथ ही दूध की प्रकृति भी इन्फ्लामेटरी होती है. दूध के साथ चीनी डालकर पीने से शरीर में फैटी एसिड्स का निर्माण होता है. ये फैटी एसिड्स इन्फ्लामेशन का कारण बनते हैं. इन्फ्लामेशन से जोड़ों में दर्द, एलर्जी, सीलिएक रोग और इन्फ्लामेटरी बाउल बीमारी हो जाती है. चीनी से कोई भी स्वास्थ्य लाभ नहीं मिलता है. इससे केवल कैलोरीज मिलती हैं जो केवल वजन बढ़ाने का काम करती हैं. दूध और चीनी दोनों में कैलोरीज होती हैं, ये दोनों ही वजन बढ़ाते हैं. शुगर में सुक्रोज होते हैं.
वैसे ही दूध में लैक्टोज होते हैं. यह भी एक तरह का शुगर है. इन दोनों शुगर के मिल जाने से ब्लड शुगर बढ़ता है. इसके बढ़ने से शरीर में मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है. दूध और शुगर को साथ में लेने से अपच की परेशानी हो सकती है. शुगर लिवर में फैट बनाता है, जिस वजह से फैटी लिवर हो जाता है। यहां तक कि शुगर का बहुत कम अमांउट भी दूध के साथ लेने से लिवर का साइज बढ़ा सकता है। शुगर मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है, जो लिवर को फैटी बनाता है.
गाय या भैंस में से किसका दूध पीना फायदेमंद होता है?
बता दें कि गाय का दूध भैंस के दूध से हल्का होता है. इसमें फैट कम होता है. यह आसानी से पच जाता है. इसी वजह से बच्चों को भी गाय का दूध दिया जाता है. गाय के दूध का सेवन 1 2 दिन में कर लेना चाहिए, वहीं भैंस के दूध को कई दिन तक रखा जा सकता है. गाय के दूध में पानी की मात्रा ज्यादा होती है. इसमें ठोस पदार्थ कम होता है और 90 फीसदी गाय का दूध पानी से बना होता है. वहीं भैंस के दूध में फास्फोरस, कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल ज्यादा होते हैं.अगर न्यूट्रिएंट्स के आधार पर बात करें तो गाय के दूध में फैट कम होता है. गाय के दूध में 3, 4 प्रतिशत, जबकि भैंस के दूध में 7, 8 फीसदी फैट होता है.
इसके अलावा गाय के दूध के मुकाबले भैंस के दूध में प्रोटीन 10 11 फीसदी ज्यादा होता है. भैंस के दूध में कोलेस्ट्रॉल कम होता है, इसीलिए हाइपरटेंशन, किडनी की बीमारी और मोटापे की समस्या से जूझ रहे लोगों को भैंस का दूध पीने की सलाह दी जाती है.दोनों दूध में कैलोरी की बात करें तो गाय के दूध की तुलना में भेंस के दूध में कैलोरी ज्यादा होती हैं. भेंस के एक कप दूध में 237 कैलोरी होती हैं, जबकि गाय के दूध में 148 कैलोरी होती हैं. आप अपने शरीर की जरूरत के हिसाब से फैसला कर सकते हैं कि आपके लिए कौन सा, दूध पीना बेहतर रहेगा
ज्यादा दूध पीने के क्या नुकसान हो सकते है?
दूध स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ कुछ लोगों के लिए नुकसानदेय भी हो सकता है. जैसे:दूध में लैक्टोज होता है, जो कुछ लोगों को पाचन से जुड़ी परेशानी उत्पन्न कर सकता है. खासतौर पर जिन लोगों को लैक्टोज से एलर्जी की परेशानी होती है, उन्हें इस तरह की समस्याएं होने की संभावना ज्यादा होती है. इसके अलावा दूध से एलर्जी की परेशानी होने पर कुछ लोगों का इम्यून सिस्टम भी प्रभावित हो सकता है. दिन में तीन गिलास से अधिक दूध का सेवन न करें. इससे सेहत को कई अन्य समस्याएं जैसेअपच, गैस, आलस इत्यादि की समस्या हो सकती हैं.